वो जो रोज बात करती नहीं , वो जो बड़े बड़े उपहार रोज़ लाती नहीं। वो जो रोज बात करती नहीं , वो जो बड़े बड़े उपहार रोज़ लाती नहीं।
उसकी आदत थी जो दूर हो गयी मजबूरी उसके पास फिर ले गयी मुँह फेरकर इस बार भी फिर लौट आना उसकी आदत थी जो दूर हो गयी मजबूरी उसके पास फिर ले गयी मुँह फेरकर इस बार भी ...
अब वो हमराही शायद बेवफ़ा होने लगा। अब वो हमराही शायद बेवफ़ा होने लगा।
सीधा सच्चा प्यार तुम्हारा, बहकी बहकी मेरी बातें!! सीधा सच्चा प्यार तुम्हारा, बहकी बहकी मेरी बातें!!
तुम्हें अधिकार मिले हैं और मेरी किस्मत में सिर्फ आदेश लिखे हैं। तुम्हें अधिकार मिले हैं और मेरी किस्मत में सिर्फ आदेश लिखे हैं।
मैं भी किस्मत का रोना रोता हूं किस्मत को अपनी अक्सर कोस लेता हूं, मैं भी किस्मत का रोना रोता हूं किस्मत को अपनी अक्सर कोस लेता हूं,